Wednesday, December 21, 2011

उड़ जा पंछी...



सोचा न था, दिन यू पलट जायेंगे 
एक सपना टूट जायेगा, रास्ते बदल जायेंगे |

एक आज़ाद पंछी ने
खुद को यू कैद कर लिया 
रंग उड़ गया पंखो का 
यादों मे सफ़ेद कर लिया |

वो रास्ता आज भी ताका करता
जवाब आज भी माँगा करता 
पर पागल पंछी, न जाने खुद को क्यों बर्बाद कर रहा
न जवाब मिलता न साथ, फिर क्यों याद कर रहा |

उड़ जा रे छोटे से पंछी 
शायद दिन फिर पलट जायेंगे
कोई रंग भरेगा तेरे सपनो मे 
रास्ते भी नए मिल जायेंगे |




19 comments:

  1. Profound and whats best about it Ruchi is that you wrote it in simple words. I don't like high sounding poems.

    Great, keep on writing:)

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  2. Hamesha ki tarah ....... Awesome....:P

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  3. Very nice. Very touching.

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  4. रुची जी,..सुंदर अहसासों का रंग लिये प्यारी रचना,....अच्छी पोस्ट

    मेरे पोस्ट के लिए "काव्यान्जलि" मे click करे
    पोस्ट पर आने के लिए आभार,....

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  5. अपने कमेंट्स बॉक्स से वर्डवेरीफिकेसन हटा ले कमेंट्स करने में परेशानी
    और समय लगता है,......

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  6. Hindi padh ke dil ko bahut sukoon milta hai, jaane kyo :)
    I especially liked the lines **उड़ जा रे छोटे से पंछी
    शायद दिन फिर पलट जायेंगे
    कोई रंग भरेगा तेरे सपनो मे
    रास्ते भी नए मिल जायेंगे

    Bahut khoob :)

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  7. बहुत अच्छा लगा आपका ब्लॉग और यह रचना भी!

    सादर
    ----
    जो मेरा मन कहे पर आपका स्वागत है

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  8. Very well crafted :)
    I like reading hindi poetry cause I myself suck at the language :P

    Thank you for dropping by :)

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  9. उड़ जा रे छोटे से पंछी
    शायद दिन फिर पलट जायेंगे
    कोई रंग भरेगा तेरे सपनो मे
    रास्ते भी नए मिल जायेंगे |


    बहुत अच्छी कविता ....

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  10. बहुत सुन्दर भाव

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  11. उड़ जा रे छोटे से पंछी
    शायद दिन फिर पलट जायेंगे
    कोई रंग भरेगा तेरे सपनो मे
    रास्ते भी नए मिल जायेंगे |
    सुन्दर भाव.... अच्छी रचना...

    मेरी क्रिसमस.

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  12. dard aur chatpataht ...apne vatan e ashma ko pane ki .....bahut hi sundar ...kalpana ki parakastha par ki gayi kalpana

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  13. bahut gehre panktiya,soch se bhare hue,
    you write so well in hindi too..so soothing to read

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  14. कोई रंग भरेगा तेरे सपनों में,
    रास्ते भी नये मिल जायेंगे।
    सुन्दर भाव,ख्याल भी अच्छे।
    नये वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें......

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  15. WAH ......SUNDAR RACHANA ...BADHAI RUCHI JI.

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  16. @Ruchi - It's a gr88 excitement to read ur pieces...they look like mine..and i loved the way u conclude your poems with hope....and hope is the best ingredient for life..

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