Friday, July 20, 2012

याद तुम आ रहे बहुत |


एक साथ का वादा तो
वो सितारे भी निभा रहे है 
जो हर रात रोशनी ओड़े 
मुझ पर छा रहे है |

बस तुम हो की 
न जाने कहा छुप गए हो 
वादा करके दोस्ती का 
भीड़ मे कही दुक गए हो |

आजाओ सामने, की 
बात ये ठीक नहीं 
चले गए तुम दूर कहाँ 
मै तो आज भी खड़ी यहीं |

झुकी है पलके 
आंसू आज बह रहे बहुत 
आज है ख़ुशी का दिन  
की, याद तुम आ रहे बहुत |

22 comments:

  1. बेहतरीन अभिव्यक्ति ,,,,बहुत सुंदर रचना,,,,,,
    RECENT POST ...: आई देश में आंधियाँ....

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  2. बहुत ही बढ़िया



    सादर

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  3. सीधी-सादी....सुंदर, सरल अभिव्यक्ति !

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  4. Loved these lines....Last four lines sound quite mysterious...I don't know if that's intentional, or for the rhyme sake..If intentional...we wait for the next part of this poem, as last four lines make it sound incomplete...

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  5. bahut sundar bhavabhivyakti .badhai

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  6. बेचारे आंसू .... क्या खुशी क्या गम ... दोनों में निकल आते हैं ... भावनात्मक रचना ...

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  7. बस तुम हो की
    न जाने कहा छुप गए हो
    वादा करके दोस्ती का
    भीड़ मे कही दुक गए हो |
    ...........सुंदर अभिव्यक्ति.

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  8. Very nice composition Ruchi. Ati sundar :)

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  9. झुकी है पलके
    आंसू आज बह रहे बहुत
    आज है ख़ुशी का दिन
    की, याद तुम आ रहे बहुत |

    बस तुम हो की
    न जाने कहा छुप गए हो
    वादा करके दोस्ती का
    भीड़ मे कही दुक गए हो |
    निरंतर ज़रुरत है ऐसे सार्वकालिक सद- विचारों की .शुक्रिया भाई साहब आपका ब्लॉग पे आने का उत्साह बढाने का सादर नमन .चना है
    बहुत अच्छी रचना है -झुकीं हैं पलकें कर लें(पलकें नेज़ल है अनुनासिक है के पर चन्द्र बिंदु न सही बिंदी तो लगाएं ,झुकी नहीं है झुकीं "हैं ".भीड़ में दुकना क्या भीड़ में गुम होना है .
    ?जो हो भाव प्रस्तुति रिदम लिए बेहतरीन है .बधाई .

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  10. सुंदर भाव बेहतरीन रचना...

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  11. sundar aur sarthak srijan.
    kripaya mere blog par bhee padharen.

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  12. Ruchi,

    KISI KE BICHCHHURNE PAR USKI YAAD BAHUT BHAVNAYON SE VYAKAT KI HAI.

    Take care

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  13. bahut khoob Ruchi.. very nice composition :)

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  14. nicely and beautifully expressed...

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  15. एक साथ का वादा तो
    वो सितारे भी निभा रहे है
    जो हर रात रोशनी ओड़े
    मुझ पर छा रहे है....
    सुंदर रचना

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  16. सुन्दर। स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। वन्दे मातरम्...

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