जमाना उससे पूछता था
कुछ अनसुलझे सवाल
जवाब वो देता नहीं
क्या इन लोगो का भी सबकुछ
उसी रास्ते पर लुट गया
जहाँ चोर बेगानों को नही
अपनों को ही लूटा करते है
जहाँ अकेला पाते ही लोग
सवाल लेकर टूटा करते है |
वो सवाल जो उसके लिए कीमती
पर दूसरो के लिए व्यर्थ है
जवाब तो है उसके गूड़
पर जमाने के लिए बेअर्थ है |
सब कुछ तो लुट गया
कुछ नही उसके पास, अब गवाने को
मत छीनो उससे जवाब
कुछ तो रहने दो, मन बहलाने को |
सब कुछ तो लुट गया
ReplyDeleteकुछ नही उसके पास, अब गवाने को
मत छीनो उससे जवाब
कुछ तो रहने दो, मन बहलाने को |
बहुत सुंदर प्रस्तुति,अच्छी रचना.....
आपका फालोवर बन गया हूँआप भी बने मुझे खुशी होगी,...
पोस्ट में आने के लिए आभार,....
...काव्यान्जलि ...: तब मधुशाला हम जाते है,...
कमेंट्स बाक्स से वर्डवेरीफिकेसन हटा ले,कमेंट्स करने में परेसानी एवं समय बर्बाद होताहै,...
बहुत खूब लिखा है
ReplyDeleteकृपया वर्ड वेरिफिकेशन हटा लें ...टिप्पणीकर्ता को सरलता होगी ...
वर्ड वेरिफिकेशन हटाने के लिए
डैशबोर्ड > सेटिंग्स > कमेंट्स > वर्ड वेरिफिकेशन को नो NO करें ..सेव करें ..बस हो गया
bahut khoobsoorat, saral aur gehri rachna !
ReplyDeletebahut sundar rachna...
ReplyDeletesundar prastuti.. .यह चिंगारी मज़हब की."
ReplyDeletebadhiya prastuti.. .यह चिंगारी मज़हब की."
ReplyDeletebeautiful ....thanks for sharing
ReplyDeleteबहुत अच्छी प्रस्तुति...
ReplyDelete,सुंदर रचना बधाई
ReplyDeletekya baat hai.....
ReplyDeleteVery expressive!
ReplyDeleteLove from, THE EASTERN PEARL
मैं कभी भी सवालों से दूर भागा हूँ नही
ReplyDeleteइस लिए ही अंधेरों से दूर भागा हूँ नही
पर अँधेरे का कलेजा प्रश्न ही हैं चीरते
प्रश्न के बिन रौशनी के साथ भागा हूँ नही ||
bhut 2 bdhai
WOW! Superb! Quite expressive..I loved every line of this poem. मत छीनो उससे जवाब
ReplyDeleteकुछ तो रहने दो, मन बहलाने को |...Loved these line very much:)
Keep writing Ruchi Ma'am!
Waah bahut umda prastuti.badhai
ReplyDeleteSo amazingy put! :) Love the last para!
ReplyDeleteYour new follower :)
मत छीनो उससे जवाब
ReplyDeleteकुछ तो रहने दो, मन बहलाने को |waah.....
Lovely ! Top notch ! You must write more...
ReplyDeletePS- please put up "follow by email" option on your blog please. Would like to get notifications in case you write something new right in my inbox :) THanks in advance
expressive lines ..and keep writing:)
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर रचना...
ReplyDeleteमत छीनो उससे जवाब
ReplyDeleteकुछ तो रहने दो, मन बहलाने को |waah.....सूबसूरत