Tuesday, February 14, 2012

नादान ...


तुमसे कभी कह न पाई 
आज भी है दिल मे वो बातें 
बस आंसू बहाया करती 
आंखें जागती है दिन और रातें 

वो डरती थी शायद की
लोग क्या कहेंगे 
कभी साथ तुम छोड़ गए तो 
अकेले कैसे जियेंगे

यही सब सोच कर वो
तुमसे खुद को दूर करती रही
कहना रहता था कुछ और 
कुछ और ही कहती रही 

और उसकी चुप्पी को तुम
न जाने क्या समझते रहे 
उसकी इस ख़ामोशी को
उसकी खता समझते रहे 

फिर एक दिन उसने बहुत हिम्मत करके 
तुमसे कुछ कहना चाहा
लेकिन समय का फेर था या दिल का 
तुम अपने शब्दों से बदलते गए 

वो कुछ न कह पाई
बस आँखों से आंसू बहाती गयी  
वो नहीं अब अपना 
ये खुद को समझाती गयी 

यह दिल बड़ा नादान है 
बस एक ही बात जानता है 
यह आज भी सिर्फ तुम्हे ही 
अपना भगवान् मानता है |






20 comments:

  1. Bahut khoob...
    Ektarfa prem, na keh paane ki kashmakash
    Kuch samajhdar nasamajh bhi hote hain, jinse dil lag jaata hai...

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  2. Very lovely and deep.. The pain when the love is one sided is like a slow poison.. The person dies hundreds death daily and slowly.. Well written Ruchi:)

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  3. Your writing is awesome...whether of Hindi or any language...loved it...:)

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  4. Replies
    1. please remove word verification....
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  5. प्यार को पूजो,किसी व्यक्ति को नहीं.
    यदि किसी को प्यार की कदर नहीं है तो......कभी प्यार रहा ही नहीं !

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  6. बहुत सुन्दर रचना, ख़ूबसूरत भावाभिव्यक्ति..

    आपका सवाई सिंह राजपुरोहित
    एक ब्लॉग सबका

    आज का आगरा

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  7. बेहतरीन सुंदर रचना, बहुत अच्छी प्रस्तुति,...

    MY NEW POST ...कामयाबी...

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  8. दिल की नादानी भी गजब की होती है.
    बहुत सुन्दर प्रस्तुति है आपकी.

    समय मिले तो मेरे ब्लॉग पर भी आईएगा,रूचि जी.

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  9. alsaye se nyn tumhare khavbon me khoye se hai
    beshk aankh khuli fir bhi toota kb hai khavb abhi
    bdhai

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  10. aap chahen to email se smprk kren
    mail dr.vedvyathit@gmail.com

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  11. फिर एक दिन उसने बहुत हिम्मत करके
    तुमसे कुछ कहना चाहा
    लेकिन समय का फेर था या दिल का
    तुम अपने शब्दों से बदलते गए


    APRIPAKKV PREM .......YAHI HOTA HAI RUCHI JI ....RACHANA BEHAD JEEVANT ....SADAR BADHAI.

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  12. सच्ची ईमानदार सुकोमल अभिव्यक्ति!

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  13. मन के सुंदर भाव..... अच्छा लिखा आपने....

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  14. सुन्दर भाव....बेहतरीन प्रस्तुति....
    कृपया इसे भी पढ़े-
    नेता- कुत्ता और वेश्या(भाग-2)

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  15. सुंदर रचना, बहुत अच्छी प्रस्तुति,...

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  16. Flow of the poem is superb.

    Nice play of words.

    Lovely Poem:)

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    1. बहुत सुंदर रचना। ऐसी रचनाएं कभी कभी पढने को मिलती हैं।
      पहली बार आपके ब्लॉग पर आना हुआ हमारा
      ...बेहद खूबसूरत आना सफल हुआ

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