Saturday, July 2, 2011

याद...


आज भी इन आँखों मे
ख्वाब उसका रहता है 
न कुछ खबर, न पता 
बस इंतज़ार उसका रहता है |

वो बातें और भोलापन 
बस याद बनके रह गया  
इन आँखों से चेहरा उसका 
आंसू बनके बह गया |

साथ अभी है मेरे 
कुछ बातें बस पुरानी सी
गुम हो गया वो कही भीड़ मे 
लगती दुनिया अनजानी सी |

वो दोस्त मेरा प्यारा सा 
न जाने कहाँ अब रहता है 
लौट आएगा एक दिन जरूर 
बस इंतज़ार उसका रहता है |

एक दिन सबकुछ छोड़ कर  
हम भी ऊपर चले जाएंगे 
कभी याद कर लेना दिल से      
मेरे दोस्त 
मौत से भी लड़कर वापस आजायेंगे  |


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