आज तुमने बहुत याद किया होगा
शायद तुम्हे बहुत बुरा भी लगा होगा
और यह भी सोचा होगा की
लेकिन सिर्फ कुछ मील दूर होने से
सच्चे दोस्त नहीं बदलते
तुम जैसे अच्हे लोगो को
हम कभी भी भुला नही करते |
माना मै पास नहीं हू
पर दूर भी तो नहीं
ढून्ढ लो चाहे कही भी
पाओगे अपने आसपास ही कही |
यह दोस्ती का प्यारा रिश्ता
थोडा सा अजीब है
मिलाता अच्हे दोस्तों से
अपना ही नसीब है |
तुम्हे देने के लिए
मेरे पास कुछ भी नहीं है
पर जिसके पास सबकुछ है
उससे अपने हिस्से का भी
तुम्हारे लिए मांग लेती हू
तुम खुश रहो हमेशा
यही प्रार्थना करती हू |
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